तमाम पीड़ित ऐसे होते हैं जिन्हें थाने में जाने पर डर लगता है हिम्मत जुटाकर पीड़ित थाने चला भी जाए तो कई बार उसे भगा दिया जाता है पीड़ित से अभद्र भाषा में बात की जाती है लेकिन पुलिस कमिश्नर जे रविंद्र गौड़ के आदेश के बाद अब ऐसा बिल्कुल नहीं होगा सभी जोन के डीसीपी को आदेश का पालन करने के निर्देश दिए हैं लिखित में थाना प्रभारी को बताया जा रहा है थाने पर आने वाले पीड़ित से किस भाषा में बात की जाए मुकदमे की जानकारी लेने पर उल्टा सीधा जवाब पीड़ित को न दे कर पीड़ित को सही जानकारी दी जायेगी इस बात का भी थाना प्रभारी को ध्यान रखना होगा मुकदमे की कार्रवाई के बारे में बताना होगा इसकी सजा हर शुक्रवार को पुलिस परेड ग्राउंड के चक्कर लगवा कर दी जाएगी अब आगरा पुलिस कमिश्नरेट की पुलिस थानों पर आने वाले फरियादियों से शिष्टाचार से बात करेगी एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा