550 वर्ष की लंबी प्रतीक्षा के बाद प्रभु श्रीराम टेंट से निकल कर जब अपने भव्य, नव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान हुए तो आगरा का दयालबाग इलाका भी राममय हो गया। अवध में फैली खुशियों की फुहारों में दयालबागवासी भी खूब भीगे। यहां का कोना-कोना श्रीराम के स्वागत में घंटे-घड़ियाल और शंखनाद से गूंजने लगा।