ताज महोत्सव हमेशा से ही कला संस्कृति भारतीय शिल्प का अद्भुत संगम रहा है, और इस आयोजन में आगरा के हुनर बंदों की कभी कमी नहीं रही है, युक्ति मल्होत्रा जो सुन नहीं सकती और बोल नहीं सकती लेकिन गाने पर नृत्य ऐसा की लोगों बोले वाह युक्ति |
ताज महोत्सव हमेशा से ही कला संस्कृति भारतीय शिल्प का अद्भुत संगम रहा है, और इस आयोजन में आगरा के हुनर बंदों की कभी कमी नहीं रही है, युक्ति मल्होत्रा जो सुन नहीं सकती और बोल नहीं सकती लेकिन गाने पर नृत्य ऐसा की लोगों बोले वाह युक्ति |