अखंड सौभाग्य का प्रतीक है करवा चौथ, जानिए व्रत के नियम और महत्व Karwa Chauth 2022:करवा चौथ व्रत भगवान गणेश और करवा माता को समर्पित है। इस दिन सुहागिन महिलाएं व्रत रखती हैं और पति की लंबी उम्र की कामना के साथ पूजा करती हैं। दिन भर व्रत रखने के बाद शाम को महिलाएं चांद देखकर व्रत का पारण करती हैं। इस व्रत को करने से दांपत्य जीवन में खुशियां आती हैं। साथ ही घर में समृद्धि और सौभाग्य भी बढ़ता है। लोक -मान्यता है कि करवा चौथ के पूजन के दौरान ही सजे-धजे करवे की टोंटी से ही जाड़ा निकलता है। करवा चौथ के बाद पहले तो रातों में धीरे-धीरे वातावरण में ठंड बढ़ जाती है और दीपावली आते-आते दिन में भी ठंड बढ़नी शुरू हो जाती है। Post navigation श्री रामलीला का मंचन के दर्शन फेसबुक पेज पर हए शुरू – Sea News Agra