ताज महोत्सव के मुक्ताकाशी मंच पर भी नितिन कुमार की आवाज का जादू छाया। इसके अलावा फैशन शो का आयोजन भी किया गया। शिल्पग्राम के मुक्ताकाशीय मंच पर साहित्य कुमार नाहर का शास्त्रीय वाद्य यंत्र, आचार्य राम कृष्ण का लोक नृत्य, डॉ. प्रिया दत्ता का कथक बैले हुआ। इसके बाद नितिन कुमार का गायन शुरू हुआ।